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वास्तु, मेडिटेशन और आयुर्वेद पर वास्तुदेवा की तरफ से वर्कशॉप का आयोजन किया गया


पूर्व दिशा में पढ़ने से बढ़ती है मेमोरी

साउथ वेस्ट ज़ोन में रखे फैमिली फोटो


वास्तु, मेडिटेशन और आयुर्वेद पर वास्तुदेवा की तरफ से वर्कशॉप का आयोजन किया गया | यहाँ वास्तुदेवा के संस्थापक रोहित गुप्ता ने लोगों को वास्तु एवं आयुर्वेद के नियम व महत्व के बारे में जानकारी दी | उन्होंने बताया कि कैसे आप पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की दिशा में बैठकर पढ़ाई में कामयाबी हासिल कर सकते हैं, बच्चे की स्मरण शक्ति भी बढ़ती है और परीक्षाओं के परिणाम बेहतर आते हैं | यदि आपका किचन उत्तर दिशा में हो तो जीवन में पैसा कमाने के अवसर बंद हो जाते हैं | अगर आपके घर का शौचालय साउथ वेस्ट में हो तो पति पत्नी के बीच काफी तनाव व अलग होने की स्थिती पैदा हो सकती है | इसी बीच रोहित गुप्ता ने समाज के कई तरह के अविश्वास व भ्रांतियों के बारे में भी बताया | इस मौके पर बड़ी संख्या में सभी उम्र की महिलाएं व लोग कॉलेज स्टूडेंट्स और प्रोफेशनल्स शामिल हुए |



वर्कशॉप के दौरान रोहित गुप्ता लोगों की समस्याओं का हल देते हुए


साउथ फेंसिंग का घर का होना अशुभ है ये एक भ्रांति है

रोहित गुप्ता ने बताया कि यह भ्रांति लंबे समय से है कि यदि आप का घर साउथ फेसिंग है तो ये आपके और परिवार के लिए अशुभ है सभी दिशाओं का अपनी अपनी उपयोगिता है परंतु आपके घर का मुख्यद्वार किस जगह पर है वो जानने और समझने योग्य बात है क्योंकि किसी भी जगह में वास्तु के 32 द्वारों में से कुछ ही होते हैं और बाकी अपना अशुभ प्रभाव देते हैं साउथ फेसिंग कि इस भ्रांति को दूर करने के लिए गुप्ताजी ने साउथ इंडिया के शिक्षा में, व्यवसाय में, संस्कारों में, घरों में समृद्ध होने का उदाहरण दिया |


इन बातों का ध्यान रखें

  1. नॉर्थ वेस्ट का बेडरूम आपको फाइनैंशली मजबूत बनाएगा |

  2. साउथ वेस्ट में फैमिली फोटोग्राफ्स के होने से एक दूसरे से संबंध मजबूत होते हैं |

  3. तिजोरी का दरवाजा पूरब दिशा में रखें |

  4. बच्चों को वेस्ट साउथ वेस्ट में पढ़ाई करवाएं उनका स्टडी टेबल वहाँ लगाए उनके स्कूल बैग किताबें यहाँ रखें |

  5. पूजा का कमरा उत्तर पूर्व में हो व सफाई रखें और यहाँ स्टोर कभी ना बनाएं, यहाँ रसोई एवं टॉयलेट भी नहीं होना चाहिए |

  6. दिशा में आपको आपके जीवन में पैसा कमाने के हमेशा मिलता है इसके लिए उत्तर दिशा में कभी भी टॉयलेट या फिर रसोई ना बनाएं |

  7. ध्यान रखें की किचन का जो प्लैटफॉर्म होता है उसका रंग अलग अलग दिशाओं में अलग अलग प्रभाव देता है | ये नेगेटिव या पॉज़िटिव हो सकता है | जैसे की उत्तर दिशा में लाल रंग का होना और दक्षिण दिशा में नीले या काले रंग का प्लेटफार्म होना बहुत नुकसान दे जाता है |

  8. पश्चिम दिशा में ग्रे कलर का स्टडी रूम में होना स्टूडेंट्स के लिए बहुत फायदेमंद है |

  9. कैरियर के विषय की पढ़ाई यदि आप करते हैं तो उत्तर दिशा में बैठिए और यदि किसी रिसर्च की पढ़ाई आप करते हैं तो नॉर्थ ईस्ट में बैठिये कानून से संबंधित स्टडी करनी हो तो दक्षिण दिशा में बैठिए और पॉलिटिकल स्टडीज़ करनी है तो ईस्ट की तरफ मुख करके बैठिए |


मेडिटेशन का महत्व इस सब के साथ साथ रोहित गुप्ता जी ने लोगों को आज कल के तनाव भरे जीवन से मुक्ति पाने के लिए, अपने आप को स्ट्रांग करने के लिए, अपने आप को हर परिस्थिति में बैलेंस रखने के लिए, मेडिटेशन के महत्व के बारे में बताया | मैडिटेशन कैसे करनी चाहिए उसके बारे में भी लोगों को जागरूक किया | प्रातःकाल जल्दी उठने के लिए लोगों को प्रेरित किया, उन्हें ये भी बताया की रोहित गुप्ता प्रातःकाल 5:30 बजे मेडिटेशन के सेशन निशुल्क करवातें हैं, आप अपनी जिंदगी को बेहतर करने के लिए आप इसे ज्वॉइन कर सकते हैं |


आयुर्वेद के फायदों के बारे में भी रोहित गुप्ता ने लोगों को जागरुक किया | आयु को बढ़ाने वाला वेद यानी कि आयुर्वेद की उपयोगिता के बारे में जिसके बारे में हमारा समाज भूलता जा रहा है उसे अपनाने व जानने के लिए प्रेरित किया |आयुर्वेद पांच हजार साल पुरानी चिकित्सा पद्धति है, जो हमारी आधुनिक जीवन शैली को सही दिशा देने और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी आदतें विकसित करने में सहायक होती है। इसमें जड़ी बूटि सहित अन्य प्राकृतिक चीजों से उत्पाद, दवा और रोजमर्रा के जीवन में इस्तेमाल होने वाले पदार्थ तैयार किए जाते हैं। इनके इस्तेमाल से जीवन सुखी, तनाव मुक्त और रोग मुक्त बनता है। आयुर्वेदिक दर्शन के अनुसार हमारा शरीर पांच तत्वों (जल, पृथ्वी, आकाश, अग्नि और वायु) से मिलकर बना है। वात, पित्त और कफ इन पांच तत्वों के संयोजन और क्रमपरिवर्तन हैं जो सभी निर्माण में मौजूद पैटर्न के रूप में प्रकट होते हैं।

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