यह दिन भगवान सूर्य को समर्पित है। यह वह दिन है जब सूर्य धनु से मकर राशि में प्रवेश करता है । मकर संक्रांति को उत्तरायण भी कहा जाता है जिसका अर्थ है कि सूर्य उत्तर की ओर बढ़ता है। उत्तरायण की शुरुआत के साथ ही ठंड का असर भी धीरे-धीरे कम होने लगता है। इस त्योहार को मनाने के पीछे वैज्ञानिक कारण के साथ-साथ धार्मिक मानयताएं भी हैं जैसे की... मकर संक्राति के दिन भगवान विष्णु ने असुरों का अंत करके उनके सिरों को मंदार पर्वत में दबाकर युध की समाप्ति की घोषणा की थी। इसीलिए मकर संक्राति के दिन को बुराईयों और नकारात्मकता समाप्त करने का दिन भी मानते हैं।
ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान भास्कर अपने पुत्र शनि से मिलने स्वयं उसके घर जाते हैं। चूँकि शनिदेव मकर राशि के स्वामी हैं, अत: इस दिन को मकर संक्रान्ति के नाम से जाना जाता है। । मकर संक्रान्ति के दिन ही गंगाजी भगीरथ के पीछे-पीछे चलकर कपिल मुनि के आश्रम से होती हुई सागर में जाकर मिली थीं। मकर संक्रांति के अवसर पर तामसिक भोजन से परहेज करना चाहिए अर्थात सात्विक भोजन ही करना चाहिए। मकर संक्रांति 2023 के अनुसार किसी दुखी गरीब का अपमान किसी भी दिन नहीं करना चाहिए। और इस पर्व के अवसर पर गाली नहीं देनी चाहिए।
आइए जानते हैं कि मकर संक्रांति के दिन किन चीजों का दान करने से सुख-समृद्धि और धन का आगमन होता है |
मकर संक्रांति को प्रमुख तौर पर खिचड़ी का पर्व माना जाता है और इस दिन खिचड़ी का दान करने का विशेष महत्व भी माना गया है। इस दिन चावल और उड़द की काली दाल का दान खिचड़ी के रूप में किया जाता है। उड़द का संबंध शनि देव से माना जाता है और इसका दान करने से शनि दोष दूर होते हैं। वहीं चावल को अक्षय अनाज माना जाता है। मकर संक्रांति के दिन स्नान और दान-पुण्य जैसे कार्यों का विशेष महत्व माना जाता है. इस दिन किया गया दान अक्षय फलदायी होता है. इस दिन शनि देव के लिए लिए प्रकाश का दान करना भी बहुत शुभ होता है. आइए जानते हैं कि मकर संक्रांति के दिन किन चीजों का दान करने से सुख-समृद्धि और धन का आगमन होता है |
तिल- मकर संक्रांति के तिल के दान का खास महत्व होता है. इस दिन ब्राह्माणों को तिल से बनी चीजों का दान करना पुण्यकारी माना जाता है. इसके अलावा इस दिन दिन भगवान विष्णु, सूर्य और शनिदेव की भी तिल से पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि शनि देवता ने अपने क्रोधित पिता सूर्य देव की पूजा काले तिल से ही की थी जिससे सूर्य देव प्रसन्न हो गए थे | मकर संक्रांति तिल का दान करके शनि दोष को भी दूर किया जा सकता है |
कंबल- मकर संक्रांति के दिन किसी जरूरतमंद कंबल का दान जरूर करना चाहिए. इस दिन कंबल दान करना बहुत शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि कंबल का दान करने से राहु का अशुभ प्रभाव नहीं पड़ता है |
खिचड़ी- मकर संक्रांति को खिचड़ी भी कहा जाता है. इस दिन खिचड़ी का दान करना बहुत शुभ होता है. किसी जरूरतमंद व्यक्ति को इस दिन चावल और की दाल की बनी खिचड़ी दान करें | मान्यता है कि उड़द का का दान करने से शनि दोष दूर होते हैं | वहीं चावल का दान करना फलदायी माना जाता है |
घी- सूर्य और गुरु को प्रसन्न करने के लिए घी बहुत शुभ माना जाता है. इस बार गुरुवार के दिन मकर संक्रांति का पर्व होने से घी के दान का महत्व और भी बढ़ जाता है | मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन शुद्ध घी का दान करने से घर में सुख-समृद्धि और धन का आगमन होता है |
वस्त्र- मकर संक्रांति के दिन किसी जरूरतमंद व्यक्ति को नए वस्त्र का दान जरूर करना चाहिए. ऐसा करने से घर में समृद्धि आती है. इस दिन किया गया वस्त्रों का दान महादान कहा जाता है |
गुड़- गुड़ को गुरु का प्रिय वस्तु माना जाता है. इस बार मकर संक्रांति का पर्व गुरुवार के दिन है. इसलिए इस दिन गुड़ का दान करने से गुरु की कृपा प्राप्त होगी. आप तिल और गुड़ के बने लड्डू भी दान कर सकते हैं. इस दिन गुड़ खाना भी शुभ माना जाता है.
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